मंजिल यूँ ही नहीं मिलती आज कल के बच्चो को,
माँ को जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है।।
पूछा चिड़िया से, कि बच्चो के लिए घोसला कैसे बनता है?
वो बोली कि तिनका तिनका उठाना पड़ता है।।
तभी मन में एक सवाल आया की आखिर क्या होती है माँ?
मन भी भड़क उठा और बोला जब तक तू न खाले तब तक ना सोती है ये माँ।।
तुझे इतना बड़ा कर माँ ने अब तक क्या पाया है?
खुद के सपनो को दबाकर उसने तुझे बनाया हैं।।
जिस घर में कभी माँ और बाप की ना बनी है,
उस घर में बच्चे ही माँ के जीने का सहारा बनी है।।
माँ को प्यार दो क्योकि माँ का प्यार तो हर कोई पाता हैं,
याद रखना गुजर गया जो वक्त वो कभी न आता है।।
दुनिया में आज भी कई लोग तड़प रहे है, उस माँ की थोड़ी ममता पाने को,
और आप इतने बड़े हो गए की बात करते हो माँ को वृद्धाआश्रम ले जाने को ।।
वृद्धाआश्रम में बैठी हु माँ ने भी कभी न सोचा कब आएगा मेरा बेटा मुझे वापस ले जाने को,
उस माँ ने बस एक ही सोचा की मेरा बेटा कैसा होगा क्या होगा उसके पास खाने को।।
एक माँ है वो जिसने ९ महीने दर्द सेहः कर पाला है तुझे,
तिनका तिनका जमा कर उसने कैसे कैसे सवारा है तुझे।।
वक्त भी आगे बढ़ता गया, साथ बच्चे भी बड़े हो गए,
माँ ने कर ही दिखाया और बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो गए।।
वक्त के साथ माँ भी बूढी हो गई और उसकी उम्र भी आधी हो गई,
माँ ने बच्चो को इतना बड़ा किया कि बच्चो की शादी भी हो गयी।।
माँ के दिल में एक ही अरमान था,
बच्चा बड़ा होगा तो उसके सहारे की लाठी बनेगा,
पर उसे न पता था वो शादी के बाद अपने सिर्फ अपने पत्नी का साथी बनेगा ।।
माँ का शरीर भी दिया जवाब और वो हो गयी बीमार,
दिल में आस था मेरा बेटा आएगा मेरी तबियत पूछेगा एकबार ।।
कमा धमा कर बेटा घर तो आया पर सीधे घर में घुस गया,
चलो सोचा थका होगा खा पीकर आएगा पर, उसके कमरे का दिया भी बुझ गया।।
फिर भी माँ की उम्मीद न टूटी ना ही उसने मन में कुछ सोची,
हा पर दिल तो नाजुक होता है दिल में थोड़ी सी ठेस जरूर पोहची ।।
देखते देखते वक्त गुजरते चले जा रहा था,
माँ और बूढी और बेटा और जवान होते जा रहा था।।
एक माँ क्या चाहती है?
ख़ुशी के दो बूंद आंसू और उसके हक्क के सम्मान,
न की दुखी के आंसू और रोज रोज का अपमान ।।
आगे की बाते सोच कर भी अजीब लगता है,
माँ का प्यार पाने के लिए भी नसीब लगता है ।।
ना जाने ये वक्त दोबारा मिले या ना मिले,
जबतक वो साथ है, दे दो उसे दुनिया भर की खुशियां और दुनिया भर का प्यार,
आज वक्त तेरे साथ है कल ये वक्त साथ हो ना हो मान ले मेरे यार ।।
-आशुतोष ज. दुबे
माँ को जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है।।
पूछा चिड़िया से, कि बच्चो के लिए घोसला कैसे बनता है?
वो बोली कि तिनका तिनका उठाना पड़ता है।।
तभी मन में एक सवाल आया की आखिर क्या होती है माँ?
मन भी भड़क उठा और बोला जब तक तू न खाले तब तक ना सोती है ये माँ।।
तुझे इतना बड़ा कर माँ ने अब तक क्या पाया है?
खुद के सपनो को दबाकर उसने तुझे बनाया हैं।।
जिस घर में कभी माँ और बाप की ना बनी है,
उस घर में बच्चे ही माँ के जीने का सहारा बनी है।।
माँ को प्यार दो क्योकि माँ का प्यार तो हर कोई पाता हैं,
याद रखना गुजर गया जो वक्त वो कभी न आता है।।
दुनिया में आज भी कई लोग तड़प रहे है, उस माँ की थोड़ी ममता पाने को,
और आप इतने बड़े हो गए की बात करते हो माँ को वृद्धाआश्रम ले जाने को ।।
वृद्धाआश्रम में बैठी हु माँ ने भी कभी न सोचा कब आएगा मेरा बेटा मुझे वापस ले जाने को,
उस माँ ने बस एक ही सोचा की मेरा बेटा कैसा होगा क्या होगा उसके पास खाने को।।
एक माँ है वो जिसने ९ महीने दर्द सेहः कर पाला है तुझे,
तिनका तिनका जमा कर उसने कैसे कैसे सवारा है तुझे।।
वक्त भी आगे बढ़ता गया, साथ बच्चे भी बड़े हो गए,
माँ ने कर ही दिखाया और बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो गए।।
वक्त के साथ माँ भी बूढी हो गई और उसकी उम्र भी आधी हो गई,
माँ ने बच्चो को इतना बड़ा किया कि बच्चो की शादी भी हो गयी।।
माँ के दिल में एक ही अरमान था,
बच्चा बड़ा होगा तो उसके सहारे की लाठी बनेगा,
पर उसे न पता था वो शादी के बाद अपने सिर्फ अपने पत्नी का साथी बनेगा ।।
माँ का शरीर भी दिया जवाब और वो हो गयी बीमार,
दिल में आस था मेरा बेटा आएगा मेरी तबियत पूछेगा एकबार ।।
कमा धमा कर बेटा घर तो आया पर सीधे घर में घुस गया,
चलो सोचा थका होगा खा पीकर आएगा पर, उसके कमरे का दिया भी बुझ गया।।
फिर भी माँ की उम्मीद न टूटी ना ही उसने मन में कुछ सोची,
हा पर दिल तो नाजुक होता है दिल में थोड़ी सी ठेस जरूर पोहची ।।
देखते देखते वक्त गुजरते चले जा रहा था,
माँ और बूढी और बेटा और जवान होते जा रहा था।।
एक माँ क्या चाहती है?
ख़ुशी के दो बूंद आंसू और उसके हक्क के सम्मान,
न की दुखी के आंसू और रोज रोज का अपमान ।।
आगे की बाते सोच कर भी अजीब लगता है,
माँ का प्यार पाने के लिए भी नसीब लगता है ।।
ना जाने ये वक्त दोबारा मिले या ना मिले,
जबतक वो साथ है, दे दो उसे दुनिया भर की खुशियां और दुनिया भर का प्यार,
आज वक्त तेरे साथ है कल ये वक्त साथ हो ना हो मान ले मेरे यार ।।
-आशुतोष ज. दुबे
लाजबाब दूबेभाई
ReplyDeleteThankyou brother
DeleteThankyou brother
ReplyDeleteKhupach masta👌❤️
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